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बढ़ती कोविड -19 महामारी के मद्देनजर लॉकडाउन का सहारा ले रही हैं राज्य सरकारें – प्लाई और पेनल इंडस्ट्रीज को भरी आर्थिक नुकशान

देश भर में कोविड -19 मामलों की बढ़ती संख्या के बाद, विभिन्न राज्य सरकारों ने आंशिक या पूर्ण लॉकडाउन और नाईट कर्फ्यू का सहारा लिया है जिसमें महाराष्ट्र और कर्नाटक में सबसे लंबे समय तक लॉकडाउन लगाया गया है। महाराष्ट्र में 15 मई तक लोकडाउन होगी जिसमें दुकानें बंद रहेंगी। कर्नाटक में 15 मई तक लोकडाउन होगी जिसमें दुकानें बंद रहेंगी जबकि कारखाने और परिवहन खुले रहेंगे।

कुछ अन्य राज्यों में 6 या 7 मई तक आंशिक तालाबंदी होगी। गुजरात में 8 मई तक मिनी लॉकडाउन और रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक कर्फ्यू रहेगा। हालांकि, आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर सेवाओं और दुकानों को बंद कर दिया जाएगा। फैक्ट्रियां चालू रहेंगी।

18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण कार्यक्रम 1 मई से शुरू हो गया है और लॉकडाउन के साथ, प्लाई, हार्डवेयर, फर्नीचर और लकड़ी उद्योग से जुड़े अन्य व्यवसायों को बड़ी आर्थिक मुश्किलों का सामना करना पद रहा है, जिसका असर निकट भविष्य में उत्पादन इकाइयों को भी प्रभावित कर सकता हैं। । हालांकि, वुड, प्लाई से जुड़े बड़े संगठनो / ट्रेड यूनियन ने भी लॉकडाउन का समर्थन कर रहे हैं।

दिल्ली – राजधानी दिल्ली प्लाईवुड, पैनल, फर्नीचर से जुडी कंपनियों के लिए देश का प्रमुख व्यापारिक केंद्र है। यह लकड़ी के उत्पादों, फर्नीचर, प्लाई, लेमिनेट की बिक्री के मामले में देश के चार प्रमुख शहरों में से एक है। लॉकडाउन के चलते यहाँ व्यापार उद्योगों को बड़ा आर्थिक नुकशान हो रहा है।

एक अनुमान के अनुसार, कोविड 19 महामारी के कारण मार्च 2020 से  अप्रैल 21 के बीच देश के वुडवर्किंग उद्योगों को 18,000 करोड़ रुपये से 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

गुजरात – कोविड – 19 से गुजरात भी अधिक प्रभावित राज्यों में से है। अन्य व्यापार-उद्योगों के साथ-साथ यहाँ लकड़ी उद्योग भी आर्थिक रूप से प्रभावित हुआ है। गुजरात लेमिनेट, पार्टिकल बोर्ड और वुडवर्किंग मशीनरी का एक केंद्र माना जाता है, इस उद्योग में गुजरात को भारी नुकसान हो रहा है। लेमिनेट, पार्टिकल बोर्ड और वुडवर्किंग मशीनरी की 60% फक्टारिज़ गुजरात में हैं।

महाराष्ट्र – प्लाईवुड, पैनल, फर्नीचर की बिक्री के क्षेत्र में महाराष्ट्र पहले स्थान पर है। गुजरात, हरियाणा, यूपी से प्लाई, लेमिनेट जो अन्य राज्यों में जाता है उसमे मुंबई / महाराष्ट्र बिक्री का एक प्रमुख केंद्र है। फर्नीचर बिक्री के मामले में मुंबई एक बड़ा बाजार है। कोविड के चलते महाराष्ट्र में, अभी भी लोकडाउन जारी है प्लाई, लेमिनेट, हार्डवेयर के शॉप्स पूर्ण रूप से बंध हे जिसके चलते वुड इंडस्ट्रीज को भारी आर्थिक नुकशान हो रहा है।

कर्नाटक – एमडीएफ और डोर्स उत्पादन के लिए एक प्रमुख केंद्र है। देश की प्रमुख लकड़ी मशीनरी इकाई भी बैंगलोर में स्थित है। कर्नाटक में पूर्ण लोकडाउन की गई है।

केरल – रबर वुड प्लाईवुड उत्पादन का बड़ा केंद्र है। आयातित कोर विनियर से यहाँ प्लाई बनायीं जाती है। लोकडाउन के चलते प्लाई का उत्पादन ५०% रह गया है।

यूपी – हरियाणा के बाद पोप्लर और नीलगिरी से बना प्लाईवुड का सबसे उत्पादन करने वाला राज्य है यूपी। प्लाइवुड उद्योग इकाइयाँ लगभग 50% उत्पादन क्षमता पर चल रही हैं ।

हरियाणा: देशमे 60-६५% प्लाई, कोर विनियर हरियाणा में बनता है, लोकडाउन की वजह से सबसे बड़ा आर्थिक नुकसान झेल रहा है। हाल ही में 7 दिनों का लॉकडाउन लगाया गया है इसके चलते यमुनानगर के साथ-साथ राज्य में अन्य प्लाईवुड विनिर्माण इकाइयां बंद पड़ी है। भारत के लगभग 60% प्लाई की आपूर्ति यमुनानगर से की जाती है, लेकिन लॉकडाउन के कारण लगभग 700 प्लाईवुड इकाइयां बंद हो गई हैं।

पंजाब – हरियाणा, यूपी के बाद, पंजाब पोपलर, नीलगिरी आधारित प्लाई बनाने वाला सबसे बड़ा राज्य है। और पंजाब स्थित करीब 200 छोटी और बड़ी लकड़ी कामकाजी मशीनरी इकाइयां लॉकडाउन के कारण आर्थिक नुकसान उठा रही हैं।

लकड़ा उद्योग दर्शन पत्रिका की डाटा प्रोसेसिंग टीम ने विभिन्न राज्यों में तालाबंदी की स्थिति की तस्वीर पेश की है।
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